द फॉलोअप डेस्क
हेमंत सोरेन ने आज चक्रधरपुर औऱ सरायकेला में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। चक्रधऱपुर में उन्होंने जेएमएम के उम्मीदवार सुखराम उरांव के समर्थन में सभा की और लोगों से मतदान की अपील की। साथ ही कहा कि विपक्ष की नीति है फूट डालो और राज करो। कहा कि हमारे ही कुछ भाई और गोतिया को उन्होंने अपनी ओर मिला लिया है औऱ अब वे हमारे समाज को बांटने की कोशिश में हैं। हेमंत ने कहा कि ये लोग रोटी, बेटी और माटी की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि असम के सीएम बिस्वा सरमा झारखंड में घूम रहे हैं। इनके ही राज्य में आदिवासियों को आज तक आदिवासी का दर्जा और आरक्षण नहीं मिला है। कहा कि इनके बगल में ही मणिपुर में आदिवासी लड़की को निवस्त्र कर सड़क पर घुमाया गया। मणिपुर जल रहा है। वहां आदिवासियों पर हिंसक हमले हो रहे हैं। लेकिन न अमस के सीएम हिमंता ने आज तक कुछ कहा न इनके पीएम मोदी ने कुछ कहा। दौरा करना तो दूर की बात है। सीएम ने कहा कि गुजरात में बिलकिस के आरोपियों को इन्होंने संरक्षण दिया। ये लोग नारी सम्मान की बात करने के अधिकारी नहीं हैं।
सीएम ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में अभी इनकी सरकार है। लेकिन देख लीजिये वहां आदिवासियों औऱ उनके जंगल का क्या हाल है। इनकी कारोबारी मित्रों द्वारा आदिवासियों को उनके ठिकाने से विस्थापित किया जा रहा है। जो नहीं विस्थापित हो रहे हैं उनको नक्सली बताकर जेल में डाल दिया जा रहा है। कहा कि इनको झारखंड के आदिवासियों से नहीं यहां की खनिज संपदा और संसाधनों से मोह है। झारखंड की खनिज संपदा को ये लोग अपने व्यापारी मित्रों को देना चाहते हैं। कहा कि हम पहला ऐसा राज्य हैं, जिसने अपने कर्मचारियों को पेंशन देने की घोषणा की है।
सीएम ने कहा, इनके लिए कायदा-कानून नाम की कोई चीज नहीं है। चुनाव कराने आये सिपाहियों ने सिमडेगा में बाजार में रात को निकल कर फायरिंग की। लेकिन उन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। कहा कि मंईयां सम्मान की राशि को दिसंबर से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया है। हमारी अगली सरकार हर घर में एक लाख रुपया देने का काम करेगी। साथ ही उन्होंने बाकी की योजनाओं का भी जिक्र किया। सीएम ने कहा कि जो बाहर के नेता गिद्ध की तरह यहां घूम रहे हैं, उनको यहां भगाने के लिए सुखऱाम उरांव को जिताना जरूरी है।